फेफड़े के टीबी(TB) / क्षय रोग की आयुर्वेदिक चिकित्सा
(Ayurvedic Treatment of Pulmonary Tuberculosis )
*मृगांक रस स्वर्ण मोती युक्त*
चिकित्सीय उपयोग:
यह औषधि क्षय रोग, खांसी, अस्थमा आदि रोग में उपयोगी है। यह फेफड़े और हृदय के लिए टॉनिक का कार्य करती है।
सेवन मात्रा:
एक रत्ती की मात्रा सुबह शाम शहद के साथ
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