एंडोमेट्रियोसिस और एंडोमेट्रियल / अर्न्तगर्भाशयकला असामान्यता विकारों की आयुर्वेदिक चिकित्सा
(Ayurvedic Treatment of Endometriosis, Endometriosis Pain and Endometrial / Uterus Abnormality Disorders)
एंडोमेट्रियोसिस एक ऐसा विकार है जिसमें गर्भाशय की लाइनिंग बनाने वाले ऊतक से मिलता हुआ ऊतक गर्भाशय की गुहा के बाहर विकसित होने लगता है। गर्भाशय की लाइनिंग को एंडोमेट्रियम कहते हैं। जब ओवरी, बाउल और पेल्विस की लाइनिंग के ऊतकों पर एंडोमेट्रियल टिश्यू विकसित होने लगते हैं, तब एंडोमेट्रियोसिस की समस्या उत्पन्न होती है।
एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis) महिलाओं में होने वाली गर्भाशय से संबंधित समस्या है. इसमें गर्भाशय के अंदर के टिशू (ऊतक) बढ़कर गर्भाशय के बाहर निकलने और फैलने लगते हैं. यह फैलोपियन ट्यूब और अंडाशय के बाहरी और अंदरूनी हिस्सों में भी फैलने लगते हैं. इससे महिलाओं को तेज दर्द होता है.
- इसका सबसे पहला लक्षण होता है कि पीरियड्स के समय तेज पेल्विक दर्द होना। ...
- बुहत अधिक ब्लीडिंग वाले पीरियड्स या फिर 2 पीरियड्स के बीच अधिक ब्लीडिंग होना। ( ...
- अधिक थकान, चक्कर आना. ...
- सेक्स के दौरान या बाद में अधिक दर्द होना।
- बांझपन
- बिना पीरियड्स के श्रोणि के हिस्से में दर्द होना।
एंडोमेट्रियोसिस के सबसे आम लक्षण दर्द और बांझपन हैं । एंडोमेट्रियोसिस दर्द आमतौर पर इस प्रकार प्रस्तुत करता है: दर्दनाक मासिक धर्म ऐंठन जो पेट (पेट) या पीठ के निचले हिस्से में जा सकती है। सेक्स के दौरान या बाद में दर्द।
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