अनियमित मासिकधर्म , पीरियड होने पर आयुर्वेदिक चिकित्सा
(Ayurvedic Treatment of Irregular Menstrual, Oligomenorrhea, Period)
1- विटामिन डी का निचला स्तर अनियमित चक्र होने की 13.3 गुना बाधाओं से जुड़ा था (या (95% सीआई): 13.3 (5.79-30.6), पी <0.001)। कई अन्य अध्ययनों में इसी तरह पाया गया है कि पीसीओएस वाले रोगियों में विटामिन डी की कमी थी |
2- दैनिक विटामिन डी पूरक लेने से आपके मासिक धर्म चक्र को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। बी विटामिन भी पीएमएस को कम करने और मासिक धर्म चक्र को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।
3- मासिक धर्म की अनियमितताओं के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें गर्भावस्था, हार्मोनल असंतुलन, संक्रमण, रोग, आघात और कुछ दवाएं शामिल हैं।
4- यदि आपको अनियमित पीरियड्स की समस्या है, तो आप रात में सोने से पहले शहद के साथ गर्म दूध पिएं. इससे पीरियड क्रैम्प ठीक हो सकता है. हल्दी में मौजूद करक्युमिन एस्ट्रोजन हार्मोन की तरह असरदायक होता है, जो इर्रेगुलर पीरियड्स को रेगुलर करने में मदद कर सकता है|
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